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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा - आत्मनिर्भर भारत सिर्फ आर्थिक अभियान नहीं, बल्कि यह राष्ट्रीय चेतना है।
आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने लोगों से जल स्रोतों की सफाई और वर्षा जल संचयन के लिए एक सौ दिन का अभियान शुरू करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों से मार्च में होने वाले परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में अपने अनुभव और सुझाव साझा करने का अनुरोध किया।
श्री मोदी ने लोगों से कोरोना के प्रति ढिलाई नहीं बरतने की अपील की।
राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण का अगला चरण कल से शुरू। इसमें वरिष्ठ नागरिकों और 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को टीका लगाया जाएगा।
आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है। यह दिवस रामन प्रभाव की खोज के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इसरो ने ब्राजील के एमेजोनिया-वन और 18 अन्य उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया।
और, अमरीका के औषधि नियामक ने एक खुराक वाले कोविड टीके को मंजूरी दी।
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कोविड महामारी से देश एकजुट होकर लड रहा है। आप भी हमारे साथ सुरक्षा और बचाव के तीन आसान उपायों का संकल्प लें।
मास्क पहनें
दो गज दूरी, है जरूरी
और, हाथ और मुंह साफ रखें।
और अब समाचार विस्तार से -
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर दिया है कि आत्मनिर्भर भारत सिर्फ आर्थिक अभियान नहीं है बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय चेतना है। आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में श्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि आत्मनिर्भर भारत का मंत्र देश के गांव-गांव तक पहुंच रहा है।
आत्मनिर्भरता की पहली शर्त होती है - अपने देश की चीजों पर गर्व होना, अपने देश के लोगों द्वारा बनाई वस्तुओं पर गर्व होना। जब प्रत्येक देशवासी गर्व करता है, प्रत्येक देशवासी जुड़ता है, तो आत्मनिर्भर भारत, सिर्फ एक आर्थिक अभियान न रहकर एक नेशनल स्प्रिट बन जाता है। जब आसमान में हम अपने देश में बने फाइटर प्लेन तेजस को कलाबाजियाँ खाते देखते हैं, जब भारत में बने टैंक, भारत में बनी मिसाइलें, हमारा गौरव बढ़ाते हैं, जब समृद्ध देशों में हम मेट्रो ट्रेन के मेड इन इंडिया कोचेस देखते हैं, जब दर्जनों देशों तक मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को पहुँचते हुए देखते हैं, तो हमारा माथा और ऊंचा हो जाता है। हर क्षेत्र में, हमें, इस गौरव को बढ़ाना होगा। जब हम इसी सोच के साथ आगे बढ़ेंगे, तभी सही मायने में आत्मनिर्भर बन पाएंगे।
बिहार में बेतिया के प्रमोद का उदाहरण देते हुए श्री मोदी ने बताया कि वे दिल्ली में एल ई डी बल्ब बनाने वाले एक कारखाने में तकनीशियन थे, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से उन्हें घर वापस लौटना पड़ा। प्रमोद ने अपने घर में एल ई डी बल्ब बनाने की छोटी-सी ईकाई लगाई और कुछ ही महीनों में फैक्ट्री मालिक बनकर कई नौजवानों को रोजगार देने लगे।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में गढ़मुक्तेश्वर के संतोष का भी जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की वजह से जब सब कुछ ठप हो गया था, तो संतोष और उनके परिवार ने चटाई बनाने के अपने पुश्तैनी हुनर का इस्तेमाल करना शुरू किया। आज उन्हें न सिर्फ उत्तर प्रदेश से बल्कि अन्य राज्यों से भी चटाई बनाने के काम मिलने लगा है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत के किसानों ने चिया सीड्स की खेती करके इसके उत्पादन में आत्म निर्भर होने की चुनौती स्वीकार कर ली है।
आजकल चिया सीड्स का नाम आप लोग बहुत सुनते होंगे। हेल्थ एवेयरनेस से जुड़े लोग इसे काफी महत्व देते हैं और दुनिया में इसकी बड़ी मांग भी है। भारत में इसे ज्यादातर बाहर से मगाते हैं, लेकिन अब चिया सीड्स में आत्मनिर्भरता का बीड़ा भी लोग उठा रहे हैं। ऐसे ही यूपी के बाराबंकी में हरिश्चंद्र जी ने चिया सीड्स की खेती शुरू की है। चिया सीड्स की खेती उनकी आय भी बढ़ाएगी और आत्मनिर्भर भारत अभियान में मदद भी करेगी। साथियो, एग्रीकल्चर वेस्ट से वेल्थ क्रिएट करने के भी कई प्रयोग देशभर में सफलतापूर्वक चल रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा मदुरई के मुरूगेसन ने एक ऐसी मशीन बनाई जो केले के पेड़ से निकलने वाले रेशों से रस्सी बनाने में काम आती है। इस तरह वे न सिर्फ अपशिष्ट पदार्थों से पर्यावरण को बचा रहे हैं, बल्कि आमदनी में भी बढ़ोतरी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने पानी के संरक्षण की आवश्यकता पर भी जोर देते हुए कहा कि जल संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
पानी को लेकर हमें इसी तरह अपनी सामूहिक जिम्मेदारियों को समझना होगा। भारत के ज्यादातर हिस्सों में मई-जून में बारिश शुरू होती है। क्या हम अभी से अपने आसपास के जलस्त्रोतों की सफाई के लिये, वर्षा जल के संचयन के लिये, 100 दिन का कोई अभियान शुरू कर सकते हैं ? इसी सोच के साथ अब से कुछ दिन बाद जल शक्ति मंत्रालय द्वारा भी जल शक्ति अभियान - ‘कैच द रेन’ भी शुरू किया जा रहा है। इस अभियान का मूल मन्त्र है - ‘कैच द रेन’, वेयर इट फाल्स, वैन इज फाल्स’। हम अभी से जुटेंगे, हम पहले से जो रेन वॉटर हारवेस्टिंग सिस्टम है उन्हें दुरुस्त करवा लेंगे, गांवो में, तालाबों में, पोखरों की, सफाई करवा लेंगे, जलस्त्रोतों तक जा रहे, पानी के रास्ते की रुकावटें, दूर कर लेंगे तो ज्यादा से ज्यादा वर्षा जल का संचयन कर पायेंगे।
श्री मोदी ने सुजीत के पत्र का जिक्र किया जिसमें उन्होंने लिखा था कि पानी मनुष्य को प्रकृति से मिला एक सामूहिक उपहार है और इसे बचाने की जिम्मेदारी हम सब की है। श्री मोदी ने उत्तर प्रदेश की आराध्या के पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया में लाखों लोग अपने जीवन का काफी बड़ा हिस्सा पानी की कमी को दूर करने में बिताते हैं।
श्री मोदी ने कहा कि एक समय गांव में रहने वाले लोग अपने कुंओं और तालाबों की सामूहिक रूप से देखभाल करते थे। इसी तरह के प्रयास आज तमिलनाडु में तिरूवन्नमलई में भी चल रहे हैं, जहां स्थानीय लोगों ने कुंओं के संरक्षण के लिए अभियान चलाकर, वर्षों से उपयोग में नहीं आ रहे अपने आसपास के कुंओं को फिर से पानी से लबालब कर दिया।
आज मनाये जा रहे राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन महान भारतीय वैज्ञानिक डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकट रामन द्वारा रामन प्रभाव की खोज के सिलसिले में मनाया जाता है। श्री मोदी ने कहा कि देशवासियों को अपने वैज्ञानिकों के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करनी चाहिए।
मैं जरुर चाहूँगा कि हमारे युवा, भारत के वैज्ञानिक - इतिहास को, हमारे वैज्ञानिकों को जाने, समझें और खूब पढ़ें। जब हम साईंस की बात करते हैं तो कई बार इसे लोग फीजिक्स-केमिस्ट्री या फिर लैब्स तक ही सीमित कर देते हैं, लेकिन, साईंस का विस्तार तो इससे कहीं ज्यादा है और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ में साईंस की शक्ति का बहुत योगदान भी है। हमें साईंस को लैब टू लैंड के मंत्र के साथ आगे बढ़ाना होगा।
श्री मोदी ने हैदराबाद के चिंताला वैंकट रेड्डी की मिसाल देते हुए बताया कि उन्होंने गेहूं और धान की ऐसी किस्मों का विकास किया जिनमें विटामिन-डी भी पाया जाता है। उन्हें इसी महीने जिनेवा के विश्व बौद्धिक संपदा संगठन से पेटेंट भी मिल गया है। श्री वैंकेट रेड्डी को पिछले साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
प्रधानमंत्री ने गुजरात के पाटण जिले के कामराज चौधरी की प्रशंसा की, जिन्होंने अपने खेतों में ही सहजन के उन्नतशील बीज विकसित किए।
श्री मोदी ने गुरूग्राम के मयूर के पत्र का भी उल्लेख करते हुए कहा कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य प्राधिकरण ने हाल में वन्य जीवों की वार्षिक गणना शुरू की है।
आपको भी ये जानकर खुशी होगी कि इस बार जल-पक्षियों की संख्या, पिछले वर्ष की तुलना में करीब एक-सौ पिचहत्तर प्रतिशत ज्यादा आई है। इस सेंसिस के दौरान काजीरंगा नेशनल पार्क में बर्ड्स की कुल 112 स्पेसिस को देखा गया है। इनमें से 58 स्पेसिस यूरोप, सेंट्रल एशिया और ईस्ट एशिया सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए विंटर माइग्रेंट्स हैं। इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि यहाँ बेहतर वाटर कंजर्वेशन होने के साथ ह्यूमेन इंटरफियरेंस बहुत कम है।
श्री मोदी ने असम के जादव पायंग का भी जिक्र किया, जिन्हें माजुली द्वीप में तीन सौ हेक्टेयर को हरा-भरा करने के लिए पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे लंबे समय से लगातार वन सरंक्षण में लगे हैं और जीव जन्तुओं तथा वनस्पतियों सहित संपूर्ण जैव विविधता को बचाने का कार्य कर रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि असम के मन्दिर भी प्रकृति के संरक्षण में अनोखा योगदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक मन्दिर के आसपास तालाब भी होता है। हाजो में हयग्रीव माधव मन्दिर, शोणितपुर में नागशंकर मन्दिर और गुवाहाटी में उग्रतारा मन्दिर के आसपास ऐसे कई तालाब हैं। इन तालाबों का उपयोग लुप्तप्राय कछुओं की प्रजातियों के संरक्षण के लिए किया जा रहा है। असम में कछुओं की सबसे अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के ये मन्दिर जीव-जंतुओं के संरक्षण, प्रजनन और वन्य जीव संरक्षण का प्रशिक्षण देने में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने स्कूल, कॉलेजों की परीक्षाओं का भी जिक्र किया।
आने वाले कुछ महीने आप सब के जीवन में विशेष महत्व रखते हैं। अधिकतर युवा साथियों के एग्जाम्स, परिक्षाए होंगी। आप सब को याद है ना - वॉरियर बनना है वरियर नहीं, हँसते हुए एग्जाम देने जाना है और मुस्कुराते हुए लौटना है। किसी और से नहीं, अपने आप से ही स्पर्धा करनी है। पर्याप्त नींद भी लेनी है, और टाइम मैनेजमेंट भी करना है। खेलना भी नहीं छोड़ना है, क्योंकि जो खेले वो खिले। रिवीजन और याद करने के स्मार्ट तरीक़े अपनाने हैं, यानी, कुल मिलाकर इन एग्जाम्स में, अपने बेस्ट को बाहर लाना है।
श्री मोदी ने लोगों से कोरोना महामारी से सतर्कता बरतने में कोई ढिलाई नहीं बरतने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एहतियात में ढिलाई देने का वक्त अभी नहीं आया है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि ओडिशा के सिलू नायक भारतीय सेना में नौकरी के इच्छुक नौजवानों को प्रशिक्षण देते हैं। उनकी संस्था का नाम महागुरू बटालियन है। इस प्रशिक्षण में वे शारीरिक दक्षता के सभी पहलुओं के साथ साथ साक्षात्कार और लेखन कौशल भी सिखाते हैं।
हैदराबाद की अर्पणा रेड्डी के प्रश्न का बड़ी आत्मीयता से उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात का बड़ा अफसोस है कि वे दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा-तमिल नहीं सीख सके। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के एक गाइड द्वारा भेजे गए क्लिप को साझा करते हुए श्री मोदी ने बताया कि वे संस्कृत में सरदार पटेल के बारे में लोगों को जानकारी देते हैं।
उन्होंने संस्कृत में क्रिकेट कमेंट्री का एक क्लिप भी साझा किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विभिन्न खेलों की कमेंट्री अलग अलग भाषाओं में की जानी चाहिए।
हमने देखा है कि जिन खेलों में कमेंट्री समृद्ध है, उनका प्रचार-प्रसार बहुत तेजी से होता है। हमारे यहां भी बहुत से भारतीय खेल हैं लेकिन उनमें कमेंट्री कल्चर नहीं आया है और इस वजह से वो लुप्त होने की स्थिति में हैं। मेरे मन में एक विचार है - क्यों न, अलग-अलग स्पोर्ट्स और विशेषकर भारतीय खेलों की अच्छी कमेंट्री अधिक से अधिक भाषाओं में हो, हमें इसे प्रोत्साहित करने के बारे में जरूर सोचना चाहिए। मैं खेल मंत्रालय और प्राइवेट संस्थान के सहयोगियों से इस बारे में सोचने का आग्रह करूंगा।
माघ के महीने का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह महीना आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व का महीना है। उन्होंने कहा कि कल माघ पूर्णिमा के दिन संत श्री रविदास जी की जयंती मनाई गई। उन्होंने कहा कि संत रविदास ने सामाजिक बुराइयों के बारे में खुलकर अपने विचार व्यक्त किये और लोगों को सही रास्ता दिखाया। श्री मोदी ने कहा कि आज भी संत रविदास जी के विचार और उनका ज्ञान हमारा पथप्रदर्शन करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि देश के युवाओं को संत रविदास से सीख लेकर उनके बताये रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए।
मन की बात में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के जगदीश कुनियाल के जल संरक्षण के प्रयासों का उल्लेख किया। जगदीश कुनियाल ने कहा की उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री ने उनके कार्य की सराहना की है।
30-35 वर्षों से यहां पर पानी की बड़ी किल्लत थी तो मेरे मन में पर्यावरण के प्रति जागरूकता थी कि उसमें चिपको आंदोलन के बारे में पढ़ा था मैंने आवाज आई आसमान से कि कुछ करना चाहिए तो मैं चौड़ी पत्ती के पेड़, बांस, ब्रास इनका सर्वेक्षण करता रहा लगाता रहा। उसके बाद यहां पर जो है अन्य प्रजाति देवदार है, सुराही है, अंगूर हैं काफी अन्य बहुत प्रजाति की यहां पर जो पेड़ लगा के जो है इसका संरक्षण किया तो इसका फायदा हुआ है कि यहां पर जल स्रोत काफी बढ़ गया है तो जिससे तीन सौ, चार सौ परिवार को पानी मिल गया।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में लद्दाख के एक किसान उर्गेन फुंतसोग की सफलता की कहानी का उल्लेख किया। आकाशवाणी से बातचीत में उर्गेन फुंतसोग ने बताया कि लेह जिले के ग्या गांव में उन्होंने 14 हजार फीट की ऊंचाई पर 20 किस्म की फसलें उगाईं।
यहां पे वेस्ट स्टॉक जो होता है ये बहुत बढि़या होना चाहिए तब ऑर्गेनिक बन सकते। तो अभी जो हम जितना भी ऑर्गेनिक हो तो सबसे पहले हम बकरी, बेडू। उसके बिना हम यहां पर ऑर्गेनिक नहीं बना सकते। जितना भी कन्सर्न्ड डिपार्टमेंट हो सकता है तब हम ऑर्गेनिक बना सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड की जलयोद्धा बबीता राजपूत का जिक्र किया। बबीता ने जल संरक्षण की दिशा में उसके प्रयासों की सराहना करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। एक रिपोर्ट-
छतरपुर जिले के अग्रोथा गाँव में बबीता राजपूत, जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के प्रयासों को आगे बढ़ा रही हैं। बबिता ने एक समूह" जलसहेली का गठन किया है और बुंदेलखंड क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं को जोड़कर बारिश के पानी को सहेजने का कार्य किया है। बबीता ने आकाशवाणी समाचार से बात करते हुए कहा कि उनकी खुशी दोगुनी हो गई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी कहानी मन की बात कार्यक्रम में साझा की।
बबीता और उनके जलसहेली समूह ने बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का काम भी किया है। पूजा पी वर्धन, आकाशवाणी समाचार भोपाल।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कल से शुरू हो रहे कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के अगले चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और अन्य रोगों से ग्रस्त 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण केन्द्र पर भी पंजीकरण सुविधा उपलब्ध होगी। प्राइवेट अस्पताल टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीन के लिए प्रति टीका 250 रूपये ले सकेंगे। दस हजार सरकारी अस्पतालों में यह टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा, जबकि लगभग 20 हजार निजी टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन का शुल्क लोगों को स्वयं वहन करना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि राज्य सरकारें, स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध सभी प्राइवेट अस्पतालों का कोरोना टीकाकरण केन्द्र के रूप में उपयोग कर सकेंगी। नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल ने आकाशवाणी से विशेष बातचीत में कहा कि राज्य सरकारें सार्वजनिक क्षेत्र के अपने सभी उपक्रमों के स्वास्थ्य केन्द्रों और अपने सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों का उपयोग भी टीकाकरण के लिए कर सकेंगी।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कल वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशकों से निश्चित आयु समूह के लोगों को वैक्सीन दिए जाने के सम्बंध में चर्चा की।
सरकार ने उन 20 लक्षणों की सूची भी जारी की है जिनसे ग्रस्त 45 से 59 वर्ष के लोगों को कोरोना वैक्सीन में प्राथमिकता दी जाएगी। इनमें पिछले एक वर्ष में हृदय रोग के कारण अस्पताल में भर्ती होना, हृदय प्रतिरोपण, गुर्दा और लीवर प्रतिरोपण, ल्यूकीमिया, लिम्कोमा, एड्स, मधुमेह, और हायपर टेंशन, तथा श्वास संबंधी रोग के कारण पिछले 2 वर्षों में अस्पताल में भर्ती होने के मामले शामिल हैं।
देश में अधिक से अधिक कोविड के टीके लगाने के प्रयासों में भारत ने अब तक एक करोड़ 43 लाख टीके लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
इस बीच, देश में कोविड से ठीक होने की दर 97 दशमलव एक प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में ग्यारह हजार सात सौ 18 लाोग स्वस्थ हुए। अब तक एक करोड़ सात लाख 75 हजार से अधिक लोग स्वस्थ हुए हैं। पिछले 24 घंटों में 16 हजार सात सौ 52 नये मरीज सामने आए हैं। देश में इस समय मरीजों की संख्या करीब एक लाख 64 हजार हो गई हो जो कुल संक्रमित लोगों की संख्या का एक दशमलव चार-आठ प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में एक सौ 13 मौत भी हुई हैं, अब तक मौत का शिकार हुए लोगों की संख्या एक लाख 57 हजार 51 हो गई है।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी में जिला प्रशासन ने पहली से 10 मार्च तक दस हजार कोविड परीक्षण कराने का आदेश दिया है। राज्य के मंत्री उदय सामंत ने बताया कि अन्य विभागों की तुलना में स्वास्थ्य विभाग में कम टीकाकरण हुआ है और इसीलिए इसे बढ़ाकर शत-प्रतिशत करने का सुझाव दिया गया है।
रत्नागिरी जिले में गणपतिपुले के लिए प्रसिद्ध तीर्थयात्रा कोविड 19 के कारण रद्द कर दी गई है। अंगारकी संकष्टी के अवसर पर, जो कि 2 मार्च को है वहाँ बड़ी संख्या में भक्त गणपतिपुले में जाते हैं। ये एक प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल है। हालांकि, कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, यात्रा रद्द कर दी गई है। इस बीच नांदेड़ में पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों ने लोगों को मास्क नहीं पहनने के लिए जुर्माना लगाया है। तालाबंदी के बाद से आठवें दिन 57,700 रुपये का जुर्माना वसूला गया है। यदि 100 से अधिक आमंत्रितों को शादी के हॉल, टूशन क्लासेस और होटलों में स्पॉट किया जाता है, तो जुर्माना लगाया जायेगा। पूजा पाल, आकाशवाणी समाचार, मुंबई।
खाद्य पदार्थों और औषधियों का विनियमन करने वाली अमरीकी एजेंसी फूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन-एफडीएफ ने कोरोना वायरस महामारी के इलाज के लिए जॉनसन एण्ड जॉनसन कम्पनी के ऐसे टीके को मंजूरी दे दी है जिसका सिर्फ एक टीका पर्याप्त है। अमरीका में कोरोना महामारी के लिए मंजूर किया गया यह तीसरा टीका है। यह फाइजर और मॉडर्ना का किफायती विकल्प है और इसे फ्रीजर की बजाय रेफ्रिजरेटर में ही सुरक्षित रखा जा सकता है।
इसका पहला टीका अमरीकी नागरिकों को अगले सप्ताह तक उपलब्ध हो जाने की संभावना है। ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और कनाडा ने इस टीके के लिए ऑर्डर भेज दिए हैं।
भारत ने आज सुबह दस बजकर 24 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी 51 रॉकेट का प्रक्षेपण किया। ये अपने साथ भारत, ब्राजील और अमरीका के 19 उपग्रह लेकर गया है।
पृथककरण के चार चरणों के बाद इस रॉकेट ने ब्राजील के 637 किलोग्राम भार के एमेजोनिया-1 प्रमुख उपग्रह का प्रक्षेपण किया। बाद में एक घंटे से अधिक समय के अंतराल के बाद इसने शेष 18 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया। यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन - इसरो की वाणिज्यिक संस्था न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड का पहला मिशन है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि पीएसएलवी रॉकेट का सबसे लंबा अभियान एक घंटा 55 मिनट और सात सैकेंड में पूरा हुआ।
जब पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है उस समय भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र ने वर्ष का नया प्रक्षेपण किया है। इस वर्ष का भारत का यह पहला अंतरिक्ष मिशन पीएसएलवी रॉकेट के सबसे लंबे अभियानों में से एक है। एमेजोनिया-वन, ब्राजील के नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च का प्रकाशीय पृथ्वी पर्यवेक्षण उपग्रह है। प्रक्षेपण के बाद पूर्व अंतरिक्ष यात्री और ब्राजील के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री मार्कोस सीज़र पोर्टस ने बताया कि अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के भू-भाग में विभिन्न कृषि के विश्लेषण में यह उपग्रह दूर संवेदी आंकड़े उपलब्ध कराकर वर्तमान व्यवस्था को और मजबूत बनाएगा। चेन्नई से जॉय की रिपोर्ट के साथ समाचार कक्ष से शशांक कुमार।
इसरो के अध्यक्ष डॉक्टर सिवन ने कहा कि ब्राजील के उपग्रह को पहली बार प्रक्षेपित करना इसरो के लिए गौरव की बात है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेजोनिया-1 उपग्रह के वाणिज्यिक प्रक्षेपण में सफलता के लिए न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन--इसरो को शुभकामनाएं दी हैं। श्री मोदी ने कहा है कि भारत के इस पहले पूर्ण वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण से अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार के नये युग का सूत्रपात होगा। उन्होंने कहा कि हमारे नौजवानों के नवाचार और जज्बे को प्रदर्शित करते हैं।
श्री मोदी ने अमेजोनिया-1 उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत और ब्राजील के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग का यह ऐतिहासिक क्षण है।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने 19 उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के वैज्ञानिक दल को बधाई दी है। श्री नायडु ने भविष्य में भी उनके लिए इसी तरह की सफलताओं की कामना की है।
आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है। यह दिवस प्रतिवर्ष 28 फरवरी को रमण प्रभाव की खोज के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसी दिन भौतिकी विज्ञानी चन्द्रशेखर वेंकट रामन ने रमन प्रभाव की खोज की घोषणा की थी, जिसके लिए वर्ष 1930 में उन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस वर्ष का विषय है- 'विज्ञान और प्रौद्योगिकी का भविष्य और नवाचार: शिक्षण कौशल और कार्य पर प्रभाव'।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर वैज्ञानिक समुदाय और विज्ञान में रूचि रखने वालों को शुभकामनायें दी हैं। श्री नायडु ने अपने संदेश में कहा है कि 1928 में आज ही के दिन रमन प्रभाव की क्रांतिकारी खोज की घोषणा से भारत में विज्ञान का परिदृश्य पूरी तरह बदल गया था।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि चन्द्रशेखर वेंकट रमन का विज्ञान के क्षेत्र में योगदान अनुकरणीय है। श्री जावडेकर ने आविष्कार करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। श्री मोदी ने कहा है कि श्री देसाई ने लंबे समय तक जनता की सेवा की और भारत के विकास के अथक प्रयास किए।
गुजरात में 81 नगर पालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों के चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि 23 नगर पालिकाओं और तीन तालुका पंचायतों के उप-चुनाव भी साथ ही कराए जा रहे हैं।
दिल्ली में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के दो और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के तीन वार्डों के उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इसमें रोहिणी सी, शालीमार बाग, उत्तरी, त्रिलोक पुरी, कल्याण पुरी और चौहान बांगर वार्ड शामिल हैं। मतदान शाम साढे पांच बजे समाप्त होगा। परिणाम तीन मार्च को घोषित किये जायेंगे।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह व्यक्तिगत कारणों से इंग्लैंड के साथ चौथा टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बताया कि अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में चार मार्च से शुरू हो रहे चौथे टेस्ट में भारत की टीम में बुमराह के स्थान पर किसी और खिलाड़ी को शामिल नहीं किया जाएगा।
भारत ने अहमदाबाद में खेला गया तीसरा टेस्ट 10 विकेट से जीता था। भारतीय टीम चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 2-1 से आगे है।